Sunday, March 30, 2008
हा मैं सुंदर हूँ
का अर्थ आज दिखावा मात्र है . एक इंसान पूर्ण रूप से सुंदर तभी माना जाता है जब तन के साथ - साथ उसका मन भी सुंदर हो, पर लोग आज केवल तन की सुन्दरता को ही देखते है, वो
भी औरत की . आज आप किशी भी दूकान ,रेस्तोरांत या ऑफिस मै चले जाइए ,आपको हर जगह महिलाए ही नजर आएँगी. ये हमारे लिए बहुत खुशी व गर्व की बाट है की आज समाज हमे
इतना सुम्मान डे रहा है . पर क्या ये सिर्फ औरत की काबिलियत की वजह से मिल रहा है. नही . बल्कि उसकी तन की सुन्दरता की वजह से भी.ज्यादातर दूकानदार ,रेस्तुरेंट , ऑफिस वाले
आज महिलाओं को मात्र एक सो पीक भर समजते है. इसलिए एक choti सी दूकान मै भी ५ - ५ महिलाए नजर आती है.
आज की महिलाए ये सब जानती है ,समज्ती है पर फिर भी घर से बाहर काम पर जाती है. आख़िर वह बेचारी भी क्या करे कब तक अपने आपको घर की चारदीवारी मै kaid करके
rakhe . और वहा भी to वह सुरक्षित नही है . वह भी आज puruso की तरह अपना एक मुकाम हासिल करना चाहती है. वह भी खुली हवा मै सांश लेना चाहती है, दुनिया को देखना चाहती
है . और जब उशे पता है की घर की चारदीवारी भी उश्के लिए सुरक्षित नही है तू वो बेचारी भी क्या करे ,निकल पड़ती है अपने लिए ने राह तलाशने इश उम्मीद पर की कभी न कभी तू
पुरुषो का यह समाज उशे व उश्के mahatva को samjhega . और आज लगी है वह इशी कोशिश मै. पर पुरुषो का ये समाज उशे महज उष गुड की तरह मानता है जिषे देखकर मक्खिया
ख़ुद बा ख़ुद चली आती है. me मानती hu की फीमेल को बोलने का , बाट को समझने का अच्छा सलीका होता है परन्तु आज लोग उसके सलीके को देखने के बजाय उसकी जिस्म पर najre
गडाये रखते है.अब saadi की baat को ही ले लीजिये-------यदि लड़की सर्व गुन संपन हो और केवल तन की सुन्दरता ना हो तू उशे स्वीकार नही किया जाता .
लड़को की ---सुन्दरता पर उतना ध्यान नही दिया जाता जितना लड़की की सुन्दरता पर.यही कारण है की आज कॉस्मेटिक का बाजार फल - फुल रहा है ,हर गली - मोह्हाले मै ब्यूटी पार्लर
नजर आ रहे है. लड़का चाहे कितना भी बदसूरत क्यों ना हो पर उशे सुंदर लड़की ही चाहिए ,कितना काला क्यों ना हो उशे गोरी ही चाहिए, कितना ही उमर्दराज क्यों ना हो उशे कमसिन ही
चाहिए. अगर दुल्हा - दुल्हन की baat करे to अगर दुल्हा सुंदर नही है to १०० लोग बोलेंगे ----(की दूल्हा सुंदर नही है). परन्तु अगर दुल्हन सुंदर ना हो तू (१००० लोग बोलते है की दुल्हन
सुंदर नही है). saadi का आधा खर्च to दुल्हन के सामान पर ही खर्च हो जाता है.क्या करे मज्बोरी है न. क्युकी माँ- बाप किसी भी कीमत पर ये नही चाहते की कोई उनकी बेटी को koi
कुछ बुरा कहे. आज समाचार पत्र को ही उठा कर देख लीजिये ----------------------------------लड़का भले ही कैसा क्यों न हो उशे सुंदर ,सुशील ,grah-karya dax ,पड़ी-लिखी व कार्य
करने वाली वधु ही चाहिये और साथ मै दहेज़ अलग. क्यों hota जा रहा है हमारा आज का समाज एषा ?
हमे इशे रोकना ही होगा .सुमझ्ना होगा की हमारी भी betiya , बहन , भतीजी , भांजी ,पोती , माँ ,दादी , नानी है. और ये सब औरते ही है. हम केवल किसी एक लड़की को नही सता
रहे है ,केवल एक लड़की पर गन्दी नजर नही daal रहे है, केवल किसी एक की आबरू नही लूट रहे है , किसी एक को आग मै नही झुलसा रहे है, किसी एक को मरने पर मजबूर नही कर रहे
है और ना ही किसी एक को प्रताडित नही कर रहे है बल्कि पुरी औरतजात को प्रताडित कर रहे है. हमे समझना होगा की सही मायने मै सुन्दरता का अर्थ क्या है , एक औरत का mahatva क्या है ?waishe सुन्दरता की बाट करू to आज लड़के सुंदर लड़की इसलिए नही चाहते की उन्हें
सुंदर लड़किया पसंद है या अच्छी लगती है बल्कि ज्यादा इसलिए चाहते है की जब वे उसके साथ चले to उनका सर गर्व से ऊँचा हो जाए की उनके साथ सुंदर लड़की चल रही है ,अर्थात आज
वे उशे महज दिखावे के लिए इस्तेमाल कर रहे है . पर उन्हें सायद यह पता नही है की औरत कोई दिखावे की चीज नही है. सुन्दरता सभी को अच्छी लगती है . मुझे ,आपको और सबको .
पर अगर भगवान् ने बनाया ही एषा है to क्या करे . एक सेलिब्रिटी to सायद अपने आपको पैसो के बल पर सुंदर बना भी ले पर एक आम आदमी कहा से करे ये सब ? उश्के बस मै जितना
होता है उतना to वो करता ही है ना. और क्या तन की सुन्दरता ही to सुब कुछ नही होती . नही ना ,बल्कि मन की सुन्दरता ज्यादा मायने रखती है .पर क्या करे हमे dikhaawe की
आदत जो पड़ गई है.
माना आज आप सुंदर स्त्री को आपना जीवन साथी बनाते है पर इसकी क्या गारेंती है की उसके तन की सुन्दरता हमेशा बही रहे . waishe भी समय के साथ - साथ तन की सुन्दरता
ख़ुद बा ख़ुद ख़त्म हो जाती है और भगवान् न करे कल कुछ हो जाए to tub आप क्या करेंगे ? क्या अपने बसे - बसाए घर को उजाड़ देंगे ? अपने साथी को अकेला छोड़ दोगे जिसने हर पल
आपका साथ दिया ? नही ना . to क्यों आप उशे आज अपनाना नही चाहते ? तन की सुन्दरता रहे ना रहे पर मन की सुन्दरता जीवन-भर बनी रहती है. जबसे सुन्दरता के मायने बदले है
तबसे लड़कियों मै आत्महत्या की प्रवृति बढ़ रही है . कई लड़किया अवि-वाहित रह जाती है, kai को अच्छा घर- परिवार नही मिल पाटा. अब to लड़कियों की संख्या भी दिनों - दिन घटती जा
रही है. लोग लड़की पैदा करने से डरने लगे है .पहले केवल दहेज़ की वजह से डरते थे अब सुन्दरता भी एक बड़ी वजह बन गई है. क्यूंकि अगर लड़की सुंदर ना हुई to क्या होगा?
ये सब समस्याये केवल लड़की के साथ हो रही है . अगर कोई कहे नही केवल लड़की के साथ नही to मै कहूँगी की फिर क्यों माँ - बाप लड़की के पैदा होने पर उतना खुश नही होते जितना
लड़के के पैदा होने पर? अगर परिवार मै कोई समस्या आ जाए to क्यों केवल लड़की को पदाही छोड़ने के लिए कहा जाता है ? है कोई जवाब ? आज लड़की हर काम कर सकती है फिर भी
क्यों लड़के को badhawa दिया जाता है? मै सभी लोगो से कहना चाहती hu की एक औरत की कदर करे ,तन की सुन्दरता के साथ - साथ मन की सुन्दरता व उसके गुडो का भी सुम्मान
करे .अगर कोई लड़की/औरत सुंदर है तू उसकी सुन्दरता की कदर करे ना की उसकी सुन्दरता को अपनी ग़लत नजरो से दागदार करे .और जिश दिन हम औरत की सुन्दरता की कदर करना
सीख जायेंगे ,सही मायने मै उशी दिन सुंदर शब्द का सही अर्थ समझ पायेंगे.
तू लड़कियों यदि तुम तन से सुंदर हो to बहुत ही अच्छी बाट है पर अपना मन भी सुंदर रखो ,और वो जो तन से bahle ही सुंदर ना हो पर मन सुंदर है बहुत सुंदर (जो उन्हें भी मालुम है,
उनकी अन्तर-आत्मा कहती है यह उनसे )
to बिना झिजक गर्व से कहो हा "mai सुंदर hu ".................................................................बहुत सुंदर । मत दरो किसी से , मत झुको किसी के सामने , मत सर्माओ किसी से, मत हो depression की सिकार , मत ghuto अन्दर ही अन्दर ,मत मह्सुश करो हीन-भावना , ना ही सरम महसूस करो किसी के सामने , मत खोवो अपना कांफिदेंस की तन सुंदर नही है।
मन को सुंदर करो ,विचारों को सुंदर करो , मन का मेल हटाओ फिर देखो कितने सुंदर दिखते हो तुम . तन की सुन्दरता वाला फीका पड़ जायेगा तुम्हारे सामने (यदि उसका मन सुंदर नही है)।
तुम ही तुम chaa जावोगे हर जगह .tan की सुन्दरता to भगवान् के हाथ है पर मन की सुन्दरता to हमारे ही हाथ है । बस मन सुंदर करो और जोर से चिल्ला कर कहो हा "MAI SUNDAR HU " बहुत सुंदर.
I M BEAUTIFUL
लेखिका : कमला भंडारी
LAWS OF LOVE
First Law Of Love:" A Boy In Love With A Girl, Continue To Be In Love With Her And A Girl In Love With A Boy, Continue To Be In Love With Him, Until Or UnlessAny External Agent(Brother Or Father Of The Gal) Comes Into Play And Break The Legs Of The Boy. "
Second Law Of Love:" The Rate Of Change Of Intensity Of Love Of A Girl Towards A Boy Is Directly Proportional To The Instantaneous Bank Balance Of The Boy And The Direction Of This Love Is Same To As Increment Or Decrement Of The Bank Balance. "
Third Law Of Love:" The Force Applied While Proposing A Girl By A Boy Is Equal And Opposite To The Force Applied By The Girl While Slapping
Friday, March 28, 2008
आज के कॉलेजो की सच्चाई
कहना सर का ,
गेट आउट फ्रॉम क्लास
वो बाहर जाकर
सभी से कहना यहा का सिस्टम ही है ख़राब ----------------------------------------लेकिन आज अगर बच्चे कॉलेज जल्दी पहुँच भी जाते है टो मास्टर ही गायब हो जाते है। वो बातें अब पुरानी होती जा रही है की बच्चा देर से आया और मास्टर ने उशे बाहर निकाल दिया या कोई सजा दी।
बल्कि आज मास्टर ही बच्चो से कह देते है की मै आज तैयारी करके नही आया सो तुम लोग बाहर घूम सकते हो या फिर ख़ुद ही क्लास मै नही जाते। बेचारा बच्चा क्या करे ? बहुत म्हणत की फिर भी अच्छा सरकारी कॉलेज नही मिल सका । निकल पड़े प्राइवेट कॉलेज के लिए जो फेवरेट थे ।
वैसे आजकल हर गली -मुह्हाले मै कॉलेज मिल जाते है. कही-कही एक
choti सी बिल्ल्डिंग मै ही कोलेज खोल दिया जाता है. जहा भी एड्मिसन के लिए गए
कहा गया की सीट फुल हो चुकी है या लाखो का डोनेशन माँगा गया ।
कभी - कभी एषा भी होता है की सीट बची होती है और कॉलेज वाले झूट कह देते है की सीट फुल है ताकि ज्यादा डोनेशन मिल सके। बेचारे बच्चे और उनके परेंट्स जो इतनी दूर से आए होते है वापस खाली हाथ ही लौट जाते है । कितनी उमीदे कितने अरमान थे उनके . इतना खर्च करके दूर -दूर से आए ,पर सब बेकार ।
टूट गए सारे अरमान। टेंशन ही टेंशन ,बच्चे को भी (की पूरा साल बर्बाद हो जायेगा)और परेंट्स को भी (की बच्चे का
भविष्य ख़राब हो रहा है)। अगर किसी कॉलेज मै सीट्स है और हमने कहा की हमारे पास इतने पैसे नही है to वो तुरंत
बोलते है , कोई बात नही लोन दिलवा देंगे ,हमारे कॉलेज मै बहुत से लोने वाले आए है। एषा लगता है की उनका बस चलता to वो हमारा घर तक बिकवा देते . अपने कॉलेज की वो इतनी बडाई करते है और इतना विज्ञापन करते है की हमे भी लगता है
की चलो सस्ते मै अच्छा कॉलेज मिल गया। (saayad हम दिल को दिल्लाषा दे रहे होते है
). कहते है न "मरता क्या ना करता"।मजबूरी मै कॉलेज मै दाखिला ले लिया जहा डोनेशन सबसे कम यानी ३- ४ लाख के बीच tha
। करते भी क्या मजबूरी थी दाखिला to लेना ही था । क्या गारेंटी है की अगर एक साल
ड्राप कर भी दिया to अगले साल अच्छे कॉलेज मै सीट मिल ही जाए। इस साल भी खूब म्हणत की थी . रात भर नही सोये,खाने की फुरसत नही ,कोचिंग भी की
थी. कई दिन खुले आकाश क्या खिड़की से भी बाहर नही झाँका की टाइम न वेस्ट हो जाए। फिर
भी ७५ से ८५% के बीच ही नम्बर ला पाये।क्या करे comptetion का जमाना है इतने
नम्बरो मै बात नही बनती. बिना पेड कॉलेज बहुत कम है और पेड कॉलेज बहुत अधिक.पापा ने बहुत म्हणत से पैसे बचाए थे सब लगा दिए. हमने भी सोच लिया चलो कोई बात नही खूब म्हणत करेंगे और कुछ बनकर दिखायेंगे, और
पापा को उसका चार गुना लोतायेंगे. जब सब कुछ एकदम फिट हो गया तभी उष कॉलेज से कॉल आ गई जो हमारी चोइस का था.
उन्होंने कहा सिर्फ़ एक सीट खाली है . जल्दी एड्मिस्सिओं ले लो डोनेशन भी कम कर दिया गया है सिर्फ़ आपके लिए, क्युकी आप
पहले हमारे कॉलेज मै आ चुके है. उफ़ अब क्या करे सबका दिमाग ख़राब हो जाता है फिर से
टेंशन. पहले इसलिए टेंशन मै थे की अच्छे कॉलेज मै एड्मिस्सिओं नही मिला . kisi tarha एक कॉलेज मै दाखिला ले लिया, to डोनेशन की टेंशन ,वो भी किसी तरह से दे
दिया और अब, की अच्छा कॉलेज हाथ से निकल गया. टेंशन ही टेंशन .मै बिना किसी से डरे कह सकती hu की ये टेंशन सिर्फ़ और सिर्फ़ कॉलेज वालो की देन है।
अगर सीट्स है to फिर क्यों कहते है झूट और एक बार मना कर दिया टू फिर क्यों दुबारा
कॉल करके परेशान करते है. क्या सच नही है यह? चलिए सब chod दीजिये , ले लिया दाखिला बात ख़त्म. पहले दिन college पहुँचते है बहुत अच्छा लगता है सब कुछ नया -नया सा । सुरु के कुछ दिनों टू थोडी बहुत padahi होती है पर वो थोडी बहुत मै ही अटक जाती है.
सेमेस्टर वेसे ६ महीने का होता है पर कॉलेज निराला है न सो ३-४ महीने मै ही सिमेस्टर
खत्म कर देते है .कोई रुल नही है. पेपर कभी भी होने लगते है, क्लास टेस्ट होते है मगर
कॉपी चेक नही होती सो बच्चे अब वो भी नही देते और कुछ बच्चे देना भी चाहते है to मास्टर ही कह देता है बच्चे कम है नम्बर एषे ही दे
दूंगा तुम chinta kyu करते हो?
सिमेस्टर का कोई पेपर अगर किसी प्रॉब्लम के कारन जरा आगे खिसक जाए to फिर उष पेपर
का bhagwaan ही मालिक है। चलिए छोडिये ,अगर किसी तरह से पेपर खत्म हो भी जाए to रिजल्ट का महीनों tak कुछ
अत्ता -पता नही . अगर गलती से रिजल्ट निकल भी जाए to marksheet का दूर-दूर तक
नामो-निशान नही.कभी-कभी टू dushra सेमेस्टर खत्म होने को होता है tab अन्तिम दिन ,पहले सेमेस्टर का
रिजल्ट निकलता है या दुश्रा सिमेस्टर khatam hone के कुछ dino बाद निकलता है . अगर
किसी बच्चे की पहले सिमेस्टर मै बेक आई है टू उशे पता ही नही चल पाटा और कई
peparo की तैयारी एक साथ करनी पड़ती है. क्या वो तैयारी कर पाएगा. उसका भी भगवन
मालिक है. अब आई chuuti की बारी ----------इतनी होती है की साल कब आया और चला गया पता
ही नही चला. पहले कॉलेज बंद होते थे to बच्चा दुखी हो जाता था की अब padhaai कैशे
होगी. maastaro की याद आती थी. आज अगर कॉलेज बंद होता है टू बच्चे आज भी दुखी
हो जाते है और उनका मन गाने लगता है.............कल कॉलेज बंद हो जाएगा तुम अपने घर
को जावोगे हम अपने घर को jaayenge फिर एक लड़का -एक लड़की से मिल नही पायेगे वो
जुदा हो जायेंगे--------------- .chuuti के बाद हम क्लास मै होते है ,पैसे जो दिए है (वो भी पापा के खून पसीने की
kamaai )और हमारी ही तरह कुछ और बच्चे जो हमारी ही तरह पैसे और परिवार की कदर
करते है . पर maaster नही होता और हम बुलाना भी चाहे टू कह देते है की क्लास मै बच्चे
बहुत कम है . कल पदायेंगे और ये आप भी जानते है की कल कभी आता नही. कुछ maaster आ भी जाते है टू उन्हें ठीक से ख़ुद आता नही पधायेंगे क्या खाक. पर वो भी
क्या करे अभी -अभी टू बी.tek ,em.ba,बी.फार्म. और न जाने कई बड़ी बड़ी digreeyaa ली
है .कोई experience नही है paadhane का, to ठीक से पढाये कैशे. उन्हें टू experience
लेना thaa इसलिए interview दे दिया. पर ये कॉलेज चलने वालो को सोचना चाहिये की कैशे maastero को लेना चाहिये और कैसे
को नही. उन्हें केवल पैसे bachaane से ज्यादा मतलब होता है इसलिए कम salary
यानी(naye maastero ) को रख लेते है ,क्यूंकि experienced matlab , ज्यादे पैसे लेगा
न. आज कॉलेज को बच्चो के भविष्य से कोई लेना देना नही है unkaa टू है बस यही सपना
"राम naam जपना पराया माल अपना"----------------------------------.
unexperienced ठीक से पड़ा नही पाते ,(कोई भी unexperience ) काम ठीक से नही
कर पाटा चाहे वो कितनी भी mehnat कर ले. sach hi समय ही उशे सिखाता है.(फिर चाहे
वो हम yaa aap ही क्यों न हो). कैशे लगेगा बच्चो का मन क्लास मै, वो bhi निकल
पड़ते है बाहर और इस तरह हो जाते है आजाद. कुछ बच्चे भी एषे होते है की वो कॉलेज मै
केवल मौज करने आते ,या उनके maata-pitaa ke पास बहुत पैसा होता है सो चले आए
टाइम-पास karne के लिए. पर sabke चक्कर मै वो भी रह जाते है पीछे जो आए थे सपने
लेकर. सारे सपने toot जाने के बाद.कॉलेज की hakikat jaanne के बाद या to वे भी निकल
पड़ते है क्लास से बाहर या फिर कुछ बिगड़े बच्चो के साथ करने लगते है गुंडा गर्दी , और इश
तरह कॉलेज बन जाता है एक अखाडा, और होने लगते है हादसे.aur uskaa man kahne lagte hai saare sapne kahi kho gaye ,hi hum kya se
kya ho gaye--------------------.
AUR ज्यादातर, kanteen me table बजा के gaane gaate hai dosto के saath....................................एक बात यहाँ जरुर कहना कहती hou की मै यह सभी maastro की बात नही कर रही
,kuch aaj bhi bade hi josh ke saath padhate hai पर कहते है न की samundar मै
एक चुटकी नमक की क्या keemat.यही तक सीमित नही है कॉलेज की हकीकत । admission की फीस पूरी भरने के बाद भी बात-बात पर ५००-१००० रुपे मांगते ही रहते है.
कभी स्पोर्ट्स के नाम पर,कभी function के नाम पर, कभी kuch सिखाने के naam par
और भी ना जाने किस-किस के नाम पर. क्लास की एक खिड़की का seesa टूट गया या लैब
मै एक टेस्ट- tube टूट jaaye . सारे स्टूडेंट्स को ५००-५०० रुपे जमा karne पड़ते है. अगर वो न करे to बार बार सबके सामने उसका नाम पुकारा जाता है उशे bejat किया जाता
है isliye बच्चा मजबूरी मै जमा कर ही देता है. पर क्या कॉलेज वाले देते है सरकार को
इसका हिस्साब?ये ही नही कॉलेज की building to बड़ी-बड़ी होती है पर एक प्लेसमेंट-सेल नही होता। एक ही कॉलेज मै न जाने कितनी ही branche होती है न जाने कितने कोर्स चलते
है.(saayad ख़ुद कॉलेज chalaane वालो को भी पता न हो). जब बच्चो के campus-
सेलेक्शन का टाइम आता है टू उनके साथ एषा खेल खेला जाता hai की उनके pero से जमीन
ही निकल जाती है. भाडे के चार लोगो को बुलाया जाता है ,वो भी ऐशी कंपनी की जिसका कभी नाम भी नही
सुना. ५०० मै से सिर्फ़ ५० बच्चो का केम्पस -सलेक्शन ही हो paata hai.
किसी ठीक ठाक कंपनी मै । १०-१५ बच्चो का किसी चोटी-मोटी कंपनी मै और बाकियों को
अंगूठा. जिस कारन कई bacche to आत्म-hattya तक कर लेते है और कुछ depression मै
चले जाते हैऔर कुछ गाते है................................(क्या से क्या हो गया BEWAFA नौकरी के
INTJAAR मै)B.tech किया है to भी data entry का कम करना पड़ता है,या किसी school कॉलेज मै
teacher की नौकरी करनी पड़ती है. MBA किया है to एजेंट की tarha इधर- उधर
भटकना पड़ता है और तनखा क्या मिलती है वही ७-८ हजार रुपये . MBA के बंदो की बात
करू to उनके सामने सरत रख दी जाती है की पॉलिसी बेची to पैसे मिलेंगे नही to कुछ नही
. इश चक्कर मै कुछ बन्दे अपनी नौकरी के चक्कर मै अपने परिवार और रिश्तेदारों को ही
बुग्गा बना लेते है. बेचारे करे भी टू क्या ,या वे भी किसी स्चूल-कॉलेज या फिर कही क्लार्क का काम करने को
मजबूर हो जाते है और मन कह उठता है........................(वक्त ने किया क्या हसी सितम हम
रहे न हम तुम रहे न तुम). क्या इसी लिए ली थी ये बड़ी-बड़ी degreeya ,इशी लिए किए थे इतने रुपये बरबाद. अगर
डाटा एंट्री ही करनी है या सलेस-मन ka kaam karna hai ya एजेंट की तरह ही भटकना है
टू क्यों इतने रुपे बर्बाद किए. कही से सस्ता सा कोई कोर्स कर लेते टू आज ये हालत न होती की लोग मजाक उडाये की
MBA वाला सेल्स मन, B.tech वाला क्लार्क और न जाने क्या क्या. वकील को ले लीजिए नाम कितना बड़ा पर अगर कचहरी मै जाए to सारी हकीकत पता चल
जाती है. उफ़ इतनी बड़ी -बड़ी digreeya और ये हाल? अफ़सोस हो रहा है जानती नही किश पर, पर हो रहा है बहुत हो रहा है .क्या आपको भी
हुआ था या हो रहा है ?या आज के कॉलेजो की हालत देखकर होता है , आप भी कह दे जो
दिल मै है(ताकि जो आपके साथ हुआ,या फिर आपके बाही-बहनो ,या फिर दोस्त या पड़ोसी के
साथ हो रहा है किसी और के साथ न हो.अगर आप भी चाहते है आवाज उठाना और अगर आप है मुज्से सहमत और आपको भी
अफ़सोस हो रहा है to चलो आवाज उठाये कुछ कर दिखाए .......नए doar मै लिखे हम
मिलकर ने कहनीईईईईईइ.........................आप अपने कॉलेज के बारे मै बताना चाहते है या फिर कॉलेज की sacchaiyo को दुनिया के
सामने लाना cahte है. इश ब्लॉग के maadhyam से, अपना लेख (पैराग्राफ) लिखे और मुझे भेजे ------ -
www.freedom.974@rediffmail.com
aapka hardik स्वागत है।
लेखिका : कमला भंडारी
Sunday, March 23, 2008
खुश रहने का राज
*यदि आप एक घंटे के लिए खुशी चाहते है तो कोई किताब पढिये।
*यदि आप एक दिन के लिए खुशी कहते है तो किसी kareebi मित्र को अपने घर दावत पर बुलाए।
*यदि एक महीने की खुशी चाहते है तो पूरे घर को साफ सुथरा कीजिये व घर की chooti से chooti व
बड़ी cheejo को साफ कीजिये।
*यदि एक साल के लिए खुश होना चाहते है तो saadee कीजिये।
*यदि पूरी जिंदगी खुश होना चाहते है तो अपने घर मै bageecha lagaaiye ,पेड़ lagao aandolan
chalaaiye और सब तरफ़ hariyali failaaye .
kyuki,
jaha है hariyali ,वही है khushyali ।
लेखिका : kamla bhandari
हमारा समाज
हजारो साल पहले कहा गया था की जिस समाज मै नारियों की पूजा होती ही ,वही देवताओं का निवास होता है ।
हालाकि महिलाये आज जीवन के हर छेत्र मै आगे निकल रही है । दोलत ,इज्जत और सोहरत कमा रही है । उनके तनमन -धन पर आज उनका अधिकार है। लेकिन यह मुट्ठी भर महिलावो की कहानी है ज्यादातर महिलाये टू आज भी पुरुसो के रहमोकरम पर जी रही है । उनका ना टू तन अपना है और ना ही मन । रही बात धन की टू इस मामले मै वह पूरी तरह bediyo मै bandhi है । कुछ भी करना हो,कुछ भी khridna हो अपने पति से टू puchna ही पड़ता है ।
jabtak eshi महिलावो को jeene की पूरी aajadi नही होगी ,tabtak nyaypoorn समाज की sthapana असंभव है.
Saturday, March 22, 2008
लड़कियों को डरना नही चाहिये
लड़कियों को डरना नही चाहिये , अगर वो खतरे मै है टू उनसे जो बन परे करना चाहिये ।
jitni joor से chilla सके chillye ,जो बन पड़े करे ।
किसी का intjaar न करे kiyonki आज की matlabi duniya मै कोई नही आएगा आपको बचाने ।
लोग टू केवल mook दर्शक bankar tamasha देखते है .we दूसरो की lutthi इज्जत को अपने
मनोरंजन का saadhan samajti है पर भूल जाते है की उनकी भी बहु -बेटी है ।
पर
एक दिन एषा जरुर आएगा की मूक-दर्शको को ख़ुद बा ख़ुद शर्म आएगी।
मै उन लोगो से पूछना चाहती हू की आज आप दूसरो की इज्जत से खिलवाड़ होते देख रहे है और सोचते है की हम क्यों कचरे मै पड़े पर क्या गारंटी है की कल ये सब आपकी इज्जत के साथ नही हो सकता । टू तब् क्यों आप दूसरो को गाली देते है।?
लेखिका : kamla bhandari
हम हैं काँटे
हम भी फूलों के साथ पलते हैं
लुत्फ़ इसका भी पूछिए उनसे
लड़खड़ाकर के जो संभलते हैं
वक्त आने पे आखरी देखा
लोग हसरत से हाथ मलते हैं
सो गये जिन्न खो गई परियाँ
बच्चे ना इनसे अब बहलते हैं
सच की पुख़्ता ज़मीन पे चलिए
देखिए फिर कहाँ फिसलते हैं
ग़म नहीं गर कहे बुरा दुनिया
अच्छे इंसा से लोग जलते हैं
जिस्म के साथ दिल नहीं थकता
कितने अरमां अभी मचलते है
ज़िंदगी भर क्या दौड़ोगे
आओ कुछ देर को टहलते हैं...................
आओ बात करे एक औरत की
आओ बात करे एक औरत की
बात टू करे पर किस औरत की
जो अपनी पवित्रता दिखाने की खातिर
धरती मै समां गई, उष औरत की
या एक निर्जल ने अपने अहम् की खातिर
जिसका चीर हरण किया ,उष औरत की
बात करे कीस औरत
.जिन्हें सेक्रो की संखाओ मै राजाओ
daasi बनाकर अपने रनिवास मै रखा
उष औरत की, या फिर
जिसने मुह्हबत की टू उशे दिवार मै
चुनवा दिया गया ,उष औरत की
बात करे किस औरत की.
अंग्रेजो से लोहा लेकर अपने खून की एक-एक बूँद
देश पर कुर्बान की,उष औरत की
या जिसने प्रधानमंत्री बन देश की बागडोर संभाली
टू उशे मरवा दिया गया,उष औरत की
बात करे किस औरत की.
जो aasmaan मै उडी और
वापस आ न सकी, पर
देश का नाम पूरे विश्व मै गोर्वंकित कर गई
उष औरत की,या फिर जो आज है देश की raastrapati
पर उसपर भी सबकी cheetakasi जारी है
उष औरत की,बात करे किस औरत की.
अरे ,हमे टू पैदा होते ही नाम मिल गया था
"औरत"
वह औरत जिसे मर्द्जात ने
कभी आगे नही बढ़ने देना caaha
लेकिन फिर भी ,उश्से आगे निकल गई औरत
आओ बात करे उष औरत की.
lekhika : कमला भंडारी
CUTE "LOVE STORY"
CUTE LOVE STORY-
A BOY HAD CANCER AND HE HAD ONE MONTH TO LIVE.
HE LIKED A GIRL WORKING IN A CD SHOP VERY MUCH. BUT HE DID NOT
TELL HER ABOUT HIS LUV. EVERYDAY HE WENT TO THE CD SHOP AND
BOUGHT A CD ONLY TO TALK TO HER. AFTER A MONTH HE DIED.
WHEN THE GIRL WENT HIS HOME AND ASKED ABOUT HIM,
HIS MOM TOLD THAT HE DIED AND TOOK HER TO HIS ROOM.....................................
SHE SAW ALL THE CD'S UNOPENED ............... THE GIRL CRIED N CRIED N FINALLY DIED.YOU KNOW Y SHE CRIED?
ÇOZ SHE HAD KEPT HER OWN LUV LETTERS INSIDE THE CD PACKS.
SHE ALSO LUVED HIM.............
LOVE is easy to act but difficult to DEFINE.
नोकरी करने के नुस्खे
१) बने रहो पगले , काम करेंगे अगले !!!!
२)काम से रहो गुल , तनख्वाह पाओ फुल !!!!
३)मत लो टेंशन वरना परिवार पायेगा पेंशन !!!!
४)काम से डरो नहीं और काम को करो नहीं !!!!
५) काम करो या ना करो , काम की फिक्र जरुर करो;
और फिक्र करो या ना करो पर उसका जिक्र जरुर करो !!!!
. ......जनहित में जारी ................
ये कविता चुटकी लेने के लिए बहुत अच्छी है,पर गहरे मै जाये टू ये हमारा असली रूप हमे दिखा रही है।
टू क्या आ रही है हमे शर्म???????????
आज का सच
कहते है अच्छे बनो,सुच्चे व इमानदार बनो तभी तुम्हे sansaar मै पहचान मिलेगी,तभी लोग तुम्हारी कदर करेंगे.पर आज की दुनिया मै ये sab बेमानी सा लगता है। १०० karoto की आबादी वाले देश मै जाने कितने karoro झुगी झोप्रियो मै रहते है,उनमे से न जाने कितने एषे होंगे जिन्हें सिर्फ साम की रोटी की फिक्र है और इशी फिक्र मै वे जी जान से अपने ही कामो मै लगे रहते है.न ही उनके पास झूट बोलने की फुरसत है और, न ही बेमानी करने के बारे मै सोचने की.फिर क्यों कोई पहचान नही उनकी?किसी का बुरा नही करते इसलिए अच्छे है,झूट नही बोलते इसलिए sacche है,व बेईमानी नही करते इसलिए इमानदार है.फिर क्यों कोई उनकी कदर नही करता?क्यों उनको उनकी इमानदारी,अच्छाई व सुच्चाई पर नोकरी नही दी जाती ? क्यों आज भी उनकी हालत waishe ही है?क्यों आज भी उनके घर मै एक वक्त की रोटी के लाले है? क्युकी saayad आज अच्छाई, सुच्चाई व इमानदारी sab बेईमानी है.आज अच्छा वही है जो आपकी गलतियों मै भी १०० अच्छाई ढूंढे,सुच्चा वही है जो दुश्रो की चुगली कर आपका सच्चा बने और इमानदार वही है जो आपकी बुरइयो मै सामिल होकर अपनी इमानदारी का सुबूत डे.उशी की पहुंच है,उशी का रुतबा,उशी की जान है और उशी की pahchaan उशी को sab आज अच्छा,सच्चा व इमानदार कहते है.हर तरफ उन्ही की कदर है,उन्ही का बोलबाला.
क्यूंकि उन्होने ही टू है sabko sambhala ।
lekhika : कमला भंडारी
subh vichar
1)Surya prakash dete samay logo me bhedbhaaw nahi karta,wesha hum kyu
nahi kar sakte.
2)Prabhu ishu ne kaha hai ki kishi ko apne karyo ke bare me mat batao.
3)Inshaan galatiyo ka putla hai.
4)Prathna parmeshwar se baat karna hai isliye bina dikhawa prathna karo.
5)Succha dost anand ko dugna or dukh ko adha kar deta hai.
6)Safalta koi manjil nahi hoti,jaha aap pahunch sake balki safalta to aapki
yatra ki quality ka dushra naam hai.
7)Apni bhukh markar jo bhikari ko de wahi to succha data hai.
8)Jo sutru tumpar aakraman karte hai unshe mat daro,un mitro se daro jo
tumhari chaplosi karte hai.
9)Suno sabki par karo wahi jo theek ho.
10)Once or twice though you should fail,try,try n try again.
11)You are the cause of everything that happens to you .be careful when you
act.
12)Aatma jish kam ke liye sahmat na ho ushe karne me jaldbaji kabhi nahi
karni cahiye.
13)Aap acche se accha kaam kar dushro ko suntust karne ki kitni bhi koshish kare,par wah santust nahi hota.kyuki manushya ne santust hona hi
to nahi seekha.
14)Aurat teri yahi kahani aanchal me hai amrit or ankho me pani.
15)CONFIDENCE-without it nothing is possible,
with it nothing is impossible.
16)Muskile aaye aneko to sumajhna hai pariksha ,bhatiyo me tapkar hi
kundan ka banna jindagi hai.
17)Jhut wa beimani lumbe samay tak nahi chip sakti.
18)Kharab tarike se kamaya gaya dhan kharab cheejo par hi kharch ho
jata hai.
19)Bhagya kab kis taraf mud jaye ye koi nahi janta.
20)Never to be overzealous during success AND not to be dishearten in
failure.
21)Nari ne janam diya nar ko,nar ne ushe bajar diya ,jub caha kuchla or
musla.jab caha dutkar diya.
22)Raat ko diye jalte hai,thufan aane se bhuj jaate hai,jo inshan dushro se
jalte hai wo jal -jalkar mar jate hai.
23)Apradh karne ke baad dur lagta hai,yahi to uska dund hai.
24)Ye duniya badi jalim hai,yaha har raj chupana padta hai,lakho gum dil
me ho,phir bhi hur dam muskurana padta hai.
25)Aaj ki matlibi duniya me kon kiska hota hai,dhoka wahi deta hai ,jispar
bharosa hota hai.
Tuesday, March 18, 2008
कैषा ये प्यार है
कैषा ये प्यार है
prem jaisha apna lagne wala ,pivtra bhawana ka shabd pashimi upbhogtawad ke asar me hinsak or krur hoti ja rahe hai.
ME TUMSE PYAR KARTA HU,jaisha waky kabhi bahut hi niji hua karta tha.jishe kahne me pahle warso lag jate the pur aaj esha nahi hai.aaj ki nai pedhi "LOVE" ko FAST FOOD ki tarha cahti hai-(INSTANT)
yadi ladki "I LOVE U " na bole to goli mar do.ya prem karne se mana kare to ladki ka cahra tejab se jhulsa do,ushse bhi ji na bhare to ushe maro peto,uske parivar ki bejati karo uska jena haram kar do.ya phir ushe itna majboor kar do ki wo atmhatya karne pur majboor ho jaye.ab to ladkiya bhi ghar se bahar nikalne pur darne lagi hai agar wo na bhi dare to ghar wale dar kar unhe ghar se bahar nahi jane dena cahte ki pata nahi kab na jane kaun jala-bhuna aatmglin premi uske cahre par tejab fenk de.ya chako se uspar war kar de,ya uska aprahan kar le.
Maje ki baat to ye hai ki eshi ghatnao ko anjam bhi wahi dete hai jo succha prem karne ka dawa karte hai.we un ladkiyo ke koi dushman nahi hote.unka dawa hota hai ki we hi uske subh-chintak hai.yaniek taraf to prem karne ka dumb or dushri taraf agar prem me safalta na mile to ush ladki ko khatam karne ka fashla kar liya.Gaau me to agar ladki prem kare to ushe jaan se hath dhona padta hai.khud parivar wale hi buri tarike se ish krurta ko anjam dete hai.waha prem vivhaw karne wale pati-patni ko bahi-bahan bana dete hai.samaj ka esha cehra ghar-duftar se lekar sadak tak par najar aa raha hai.passchaat sanskrati se aakarsit ho chuke logo ne samaj ko lekar apni ek alag dharna bana li hai.ki samaj unke hisab se chale.
ESHA KYU HP RAHA HAI?sayad isliye ki aaj hum unch-neech,sahi-galat sub bhul chuke hai.laila-majno,romio-julit,shri-farhad ki kahaniya ya to kitabo me hi rah gai hai ya filmo tak simit ho gai hai.Ek saath jeene -marne ki kasme ab jhuti hoti hai ,kewal apni or akarsit karne ke liye.aaj to prem me wifal ho jane pur premika ko hi mita diya jata hai ya mitane ki kosish ki jati hai.Duniya jitni khul rahi hai ,prem utna hi chota hota ja raha hia.aakhir kon sa samaj bana rahe hai hum "AAJ".
Aaj ka prem sirf dikhawa matra rah gaya hai.ye ya to phone par,SMS par ya computer paur hi simat gaya hai jaha hum kasme -wade to khub karte hai,ek dushre ko sumajhne ka dawa karte hai.Ek dushre se bahut door rahte hai pur pyar ho jata hai.ARE bahi computer ,phone pur.or samne aane pur agar accha na lage to ,prem ka arth to door prem kuch hota bhi hai yahi bhool jate hai.Subse jayde jo sochne ki baat hi wo ye ki jo roj humare samne hota hai ushse to hume pyar ho nahi pata,jabhi hum ushi acchai-burai ko acchi tarha se jante hai.to sochne wali baat hai ki jish insan ko dekha nahi hai kaishe ushse prem kar sakte hai,kaishe ushpar vishwash kar sakte hai.
SUCHMUCH AAJ SUBKUCH AADHUNIK HO GAYA HAI------------------- PYAR BHI.
written by : kamla bhandari
Saturday, March 15, 2008
BUEATY SOLUTIONS
Home Hair Cleanser: Take a handful each of dried reetha, amla and shikakai. Soak them in one litre water overnight. Next day, simmer the herbs on a low fire till the water reduces by half. Allow the mixture to cool and then strain it with a clean cloth. Use the liquid to wash hair. This quantity should be enough for four to five washes. Refrigerate it. Make small quantities at a time.
Pimples occur on the oily areas of the skin. Therefore, applying cold cream can lead to further pimples. Mix one part of pure glycerine with four parts of rosewater and keep it in the fridge. Apply it on the face after washing and before applying it, add a few drops of lemon juice to it. Once daily, apply curd mixed with a little turmeric on the entire face, and wash it off with plenty of water after 20 minutes. Apply sandalwood paste on the pimples.
Dandruff: Twice a week, heat pure coconut oil and apply it on the scalp at night, using cotton wool. Leave it on overnight. Next morning, apply the juice of a lemon on the scalp and wash your hair after half an hour. Apply henna once a week.
Lifeless Hair: Once or twice a week, heat pure coconut oil and apply it on the scalp and hair. Then dip a towel in hot water, squeeze out the water and wrap the towel around your head like a turban. Keep it on for five minutes. Repeat the hot towel wrap three or four times. This helps the hair and the scalp absorb the oil better. Use a mild herbal shampoo. After each shampoo, apply a conditioner, massaging it lightly into the hair. Leave it on for two minutes before washing it off with water. You can have henna treatment thrice a month, adding four teaspoons each of lemon juice and coffee, two raw eggs, two teaspoons of oil and enough curd to the henna powder. It will make your hair look healthy and lustrous.
Grey Hair: Amla is said to check greying. Have the juice of one raw amla after adding it to a glass of water. Also try adding amla to the henna powder. Henna turns white hair reddish brown. It will not colour dark hair. Soak a handful of dry amla in about two cups of water overnight. Next morning, strain the water, but do not throw the water away. Grind the amla. To the henna powder, add the ground amla, four teaspoons each of lemon juice and coffee, two raw eggs and enough amla water, so that the henna can be mixed into a thick paste. Apply it on the hair, covering the entire head. Keep it on for two hours and wash it off with water. It will also add shine and substance to the hair. Ask your doctor to prescribe Vitamins B-Complex and C.
Oily Hair, Hair Loss: Excessive oiliness of the scalp can lead to hair loss. Wash your hair daily, using very little shampoo — one teaspoon for long hair and half teaspoon for short hair. Dilute it with a little water and use it. After washing, add the juice of a lemon to half a mug of water and use it as a last rinse. Have henna treatment once a week. Add four teaspoons each of lemon juice and coffee, two raw eggs and enough tea water to the henna powder and mix it into a thick paste. Apply it on the hair and wash it off after an hour. If you do not wish to use egg, add more tea water. For tea water, boil used tealeaves in water. Cool and strain before using. Include fresh fruits, raw salads and sprouts in your daily diet. Drink 6 to 8 glasses of water. Add the juice of a lemon to a glass of water and have it first thing in the morning.
Dry, Lifeless Skin: Use a facial scrub once a week. For very dry skin, avoid soap and use a cleansing gel or cream. For the body, use a mild, glycerine soap. Apply sesame seed (til) oil on the body before your bath. Mix honey with egg yolk and a little milk and apply it daily on the face, washing it off with plain water after 20 minutes. At night, apply a good nourishing cream and massage it on the face with a few drops of water. Wipe it off with moist cotton wool. Apply sunscreen 20 minutes before going out in the sun. Til oil actually has sunscreen properties, but it is better to use a sunscreen lotion for proper protection. Aloe Vera is a powerful moisturiser and an anti-oxidant. It helps keep the skin soft and healthy. It is better to use moisturisers and creams containing aloe vera.
Double Chin: exercises — open your mouth as wide as you can. Hold this position for about 10 seconds, then relax your mouth, and repeat the exercise a few more times. For faster results, add resistance by placing a tennis ball underneath your chin, while testing your jaw span. Sleeping without a pillow is said to help. Also, you can massage the area daily with a cream. Start from the chin and go downwards using both hands, one hand following the other.
Oily T-Zone: either buy a facial scrub or mix rice powder with curd and use it as a scrub. You may add a little turmeric if you wish. Apply the scrub on the face, rubbing gently with small circular movements. Leave it on for five minutes and then wash it off. This will keep the pores free of clogged oil. Once daily, at any time, mix one teaspoon of honey with one teaspoon of lemon juice and egg white and apply it on the oily areas, washing it off after 20 minutes.
Glowing Skin: After cleansing, wipe the face with rose water, using cotton wool and then pat it briskly. Use a face mask once or twice a week. You can make a mask at home with two teaspoons of choker, one teaspoon of oatmeal or ground almonds and one teaspoon each of curd, honey and egg white. Apply it on the face and wash it off after 20-30 minutes.
Thin Waist: Join a gym or health club and lose weight under professional guidance. Or, practise yoga daily. You can also do the following exercises after seeking your doctor’s advice. First, lie on the floor on your back, feet together and arms at the sides. Lift your legs about six inches above the ground and hold this position for a count of ten. Then lower your legs to the floor. Repeat this exercise 3 to 4 times and increase gradually. Then, keep lying on the floor, the same way. Bend your knees and keep your feet flat on the floor. Raise your body to a half-sitting position, holding your arms stretched out before you. Lower your body to the floor and repeat 3 or 4 times. Take a look at your eating habits. Avoid eating desserts after meals and stick to fresh fruits. Take clear soups (without butter) and salads before the main dish. Avoid rich gravies. Cut down on your intake of cereals. For example, if you have been eating three chapatis, eat only two. Or, eat only one cup of cooked rice. Eat fresh fruits, salads, sprouts, curd and paneer made from skimmed milk and lightly cooked vegetables. If you feel like a snack, eat fruit, carrot or cucumber.
Combination Skin, Pimples: In combination skins, usually the T-zone (forehead, nose and chin) is oily, while the rest of the face is dry. Pimples on the forehead can occur due to oiliness of the skin. You should wash the face only twice a day with a medicated soap. After washing, wipe the oily areas with rose water mixed with an astringent lotion in equal quantities. Use this two or three times a day. Avoid applying besan or multani mitti as they can sometimes clog the pores and cause pimples, blackheads or whiteheads, especially in pimple-prone skin. Add a little turmeric to curd and apply daily on the face, washing it off well with water after 20 minutes. Add a few drops of rose water to sandalwood paste and apply on the forehead and areas with spots. Keep it on for at least one hour.
Dry Skin: If you wish to use soap, you can try a mild glycerine soap and see if it suits your skin. You should keep your skin well moisturised during the day, or if you are going out in the sun, apply a sunscreen. At night, use a nourishing cream, massaging it on the skin for two to three minutes. Massage the forehead too, starting from the bridge of the nose and using both hands. Go upwards and then in an arc on either side, go towards the temples. Wipe off with moist cotton wool. Once daily, mix one teaspoon honey with egg white and apply on the skin, washing off with plain water after 20 minutes.
Blackheads: the daily use of a facial scrub will help. You can either buy a facial scrub, or you can mix rice powder with curd or rose water and use as a facial scrub. Apply on the face and rub gently on the skin using small circular movements. Concentrate on the blackhead prone areas. Leave on for five minutes and then wash off with water. Once daily, mix honey and lemon juice in equal quantities with egg white and apply on the face, washing it off after 20 minutes.
MAI HU NA...(tumhara neta)
MAI HU NA..........(tumhara neta)
Neta shabd sunte hi tagat ka ehsas hota hai.Yah shabd hi bata deta hai kitni tagat hai isme.Or neta shabd se humari na jane kitni hi umide jud jati hai.Bada wajandar hai ye shabd.Parantu aaj yah humari sari umide bhujata ja raha hai.Rah gai hai to bas iski tagat or iska wajan.
Aaj ke neta wah neta nahi rahe jinki hum pahle ke netao ki tarha pooja kar sake.Pahle ke neta agar wayda karte the to apni jaan dekar bhi ushe poora karte the.Par aaj ka neta to jaan lete hai, kewal apni netagiri dikhata hai, apni tagat dikhata hai or ha apni sampatti bhi dikhata hai.
WAISHE,
Aaj ek neta hi to asha hi jo har kam badi ashani se karwa deta hai par koi bhi kam karta badi muskil se hai.To kya hua karwate to hai na.kahi nawkri lagwani ho,transfer karwana ho,admission lena ho,dear kuch bhi - kuch bhijo koi na kar sakta ho, koi na karwa sakta ho wo neta kar bhi dete hai or karwa bhi dete hai.
NETA TABHI TO HAR BHASAN ME KAHTE HAI...........ME HU NAAAAAAAAAAAAAAAA.
Kya hua jo agar wo iske badle kuch mangta hai to wo uska hak hai.Aapka kaam bhi to usne karwaya hai na.Agar netaji ke khandan ki baat ho to ya to neta ke khandan me jaydatar neta hote hai ya phir kisi bade pad par hote hai ,YA phir kisi ashi jagha hote hai jaha khub maal ho..,khub fayda ho.Aaj ka neta bade -bade wayde to khub karta hai par kewal VOTE milne tak or VOTE ke baad sub bhul jata hai.Aaj to VOTE bhi tagat or pesho ke bal par cheene ja rahe hai.Kahi gawo me VOTE ke samay sharab banti jaa rahi hai to kahi mithaiya banti ja rahi hai or dawate ho rahi hai .VOTE ke din ghar-ghar rikshe,bus,care bheji ja rahi hai.Bhar-bharkar jabardasti VOTERO ko le jaya jata hai or unse VOTE dalwaye jate hai.Tagat ka istemal to netaji bakhubi kar rahe hai par kewal or kewal apne liye.Washe aaj ke neta hai bade hi samajdar.
We "EK PANTH DO KAAJ " ka formula jo apna rahe hai. Badi-badi yojnaye nikalte hai karoro,arbo ki ,Vikash ke liye bahi,phir unhi yojnawo or vikash karyo ka lalach dekar janata se VOTE lete hai or janata samajti hai ki karoro,arbo me se kuch to unhe bhi mil hi jayega.OR wo bhi khusi -khusi VOTE de dete hai apne pyare neta ko..Netagi to samajdar hai hi , wo un vikash yojnawo ko poora bhi karte hai.
APNE LIYE BAHI!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
To kya huwa jo unhone apne liye kiya par wayda to poora kiya na.Kya hua jo janata ka vikash na ho saka par kisi ka to hua na.
WAH KYA NETA HAI RE!!!!
jo kaha wo kiya.Me janti hu ki janata sub janti hai,AAP sub jante hai.Me to bus yahi puchna cahti hu ki saari succhai jante hue bhi aap kyu ashe ghatiya,beiman,bhrastachari neta ko VOTE dete hai ,or agar VOTE dete hai to phir kyu uthate hai SARKAR ya kisi neta par ungli.
HAI KOI JAWAB AAPKE PASS?
HAI KOI JAWAB?????????????????
written by : kamla bhandari
Thursday, March 13, 2008
AAJ KE LOG
लोगो को हिन्दी के प्रति जागरूक करेगा .हम सभी को कुछ ऐशी कोशिश करनी होगी
written by : kamlabhandari
HOW CAN U USE HEENA
1) Mixing your henna paste can be as simple or complex as you like. A simple mixture of henna and water, about the consistency of yoghurt, is all that is required. Adding an acid to the mix, such as lemon juice, red wine or vinegar, will hasten the process of dye release. Additives such as herbal tea, spices or essential oils will have little impact on the final colour, but may help to mask the distinctive "new-mown hay" henna smell. Mix your henna in a stainproof bowl covered with plastic wrap or ziplock bag, and leave until the dye is released. This can be detected by laying a piece of white paper over the plastic wrap or under the ziplock bag – when it turns orange, the henna is ready.
Applying henna is a messy business! Wear old clothes, or no clothes at all. Henna will stain skin, so wearing gloves is essential. To avoid staining around the hairline, neck and ears, apply a thin layer of Vaseline over the skin. Henna can be scooped out of the bowl and applied with the fingers, but some people prefer to snip the corner off a ziplock bag and pipe the henna onto their heads. Pay careful attention to covering roots, and use plenty of henna paste. After all the desired hair is covered, wrap the hair in a plastic bag and secure. It can be helpful at this point to take a shower, to reduce staining from any henna drips.
Wrapping the head in a towel or using a heat cap can produce a more vivid result more quickly. Typically henna is left on the head for between two and eight hours – some leave the mixture on their heads overnight. To rinse off the "mud", an initial blast of cold water is useful for removing the majority of the henna. Many find large quantities of conditioner to be helpful, although henna can be rinsed out using only water. The rinsing is complete when there are no henna particles left in the hair, and the water runs clear rather than yellow. Allow a few days for the henna to oxidise to its final colour, and repeat as needed. Once the desired shade is obtained, the roots can easily be touched up to maintain colour.
2)
Applying henna gives good texture to your hair and makes your hair more smooth and shiny. Henna is one of the natural products, which does not harm your hair also.
Step by step instructions:
Take a small bowl and put henna into it according to your hair length. Mix henna with warm water. Mix few drops of lemon and egg along with a little warm water. Leave the paste for 4 to 8 hours. Mix the contents completely and apply to your hair, while applying henna, use gloves so that you don 't spoil your hand. After applying henna to your hair leave it for about an hour till it gets dried to a matte finish. Rinse your hair proper under a running water, and after that u can shampoo your hair also. And wipe your hair with a clean towel don 't rub too hard, do it
MAHILA DIVAS
महिला दिवस आप सभी को मुबारक हो ..........
नारी का सम्मान करें ....
नारी को उसका अधिकार दिलाएं ........
नारी को अबला न समझें .........
नारी को जीवन की मजबूत कड़ी समझें ........
नारी के बिना उज्जवल जीवन की कामना हो ही नहीं सकती ......
नारी एक शक्ति है ... उसका मुकाबला खुद भगवान शिव के पास नहीं है ...
नारी शक्ति विश्वा की सबसे शक्तिशाली शक्ति है इस भावना को दिल से समझें
VICHAR
@@@ THOUGHT @@@
Kabhi bhi apne ko duniya se kamjor na samjho or na hi kishi se kabhi bheek hi maango.
Samaaj me sadaa sir uthake chalna seekho,sir jhukakar nahi .
Kishi ka daas na bano or na hi banne do.
written by : kamla bhandari
JINDAGI
***** JINDAGI *****
Jindagi kaishi hai ajab paheli
koi aaj tak yah,
samajh nahi paaya.
Kabhi ye hasati hai,
to kabhi rulati hai.
Kabhi ajnabi se milati hai
to kabhi apno ko hi,
ajnabi banati hai.
kon jaane kya hai yah,
or mai kuch bhi nahi.
written by : kamla bhandari
JEEVAN
JEEVAN
Jeevan kya hai
dhoop hai,chaaw hai,
samay ke haatho
bika hua gaao hai.
Garv kya hai
unchi udaan hai,
thakkar anth hi iska parinaam hai.
Nirasha kya hai
subke man ki thakaan hai,
haare huwe insaan ki
yahi to pehchaan hai.
Prem kya hai
ek chaah hai,
mil jaane par swarg hai
na milne par aah hai.
Mritu kya hai
ek sapna hai,
khuli aankho se paraye ka
bandh aankho se apna hai.
KAHANI MUHHABAT KI
KAHANI MUHHABAT KI
"Muhhabat "sirf naam hai .Duniya ne iska daayra itna hi nahi badhaya balki "Pyar" naam ke ish shabd ko itna andha sammaan diya hai ki aaj naa sirf iska arth samaj aaya hai balki sishe ki tarha saaf ho gaya hai ki pyar shabd mahaj ek dhund hai,dhoka hai.
Kiyuki aaj ye kewal ek shabd bankar rah gaya hai.Esha shabd jo dukh deta hai,dard deta hai.Jishe insaan pal,do pal ya yu kahiye ki thode se samay ke liye mahsoos karta hai or ek samay esha bhi aata hai ki ,jishe wo dil se cahta tha,jiske har pal kareeb raha ho ,samay gujarte hi uski parchai bhi yaad nahi rahti.
Or kabhi yaad kar bhi leta hai to khud hi hash jaata hai ki ye to jeevan ka kabhi ek khyal tha,khel tha,khwab tha jo raat ko dekha or subha se din dhulte-dhulte bhool gaye.
Bas yahi hai"jeevan ki kahani".
written by : kamla bhandari
Wednesday, March 12, 2008
SOME THOUGHTS
SOME THOUGHTS
1)Emotions are powerful motive forces in life and behaviour.
2)Habbit is the hallmark of personality.
3)Personality is clothed in habits .Habits are the heavy garment of the soul.
4)Play is a kind of amusement in the work.
5)Har sukhi parivar me samanta hoti hai par har dukhi parivar ka dukh nirala hota hai.
6)janam or maran ka koi upchar nahi hai siwa iske ki jeevan ka anand liya jaye.
7)Saayad rajneeti hi esha pesha hai jiske liye kisi taiyari ki jarurat nahi samjhi jaati.
8)Agar hum samadhan ka hissha nahi hai to hum hi samashya hai.
9)Anth me virodh karne se accha hai suru me hi virodh kiya jaaye.
KIYOUNKI yah jayda ashan hai.
10)Bina kori ke inshaan ki keemat kori ke barabar bhi nahi hai.
11)Don't ask what nation can be u,ask what u can be for ur nation.
12)Nahi sukh paate auro ko satane wale ,khud jala karte hai auro ko jalane wale.
RISTO KI AHMIYAT
RISTO KI AHMIYAT
1)Kisi bhi relation ko todna bahut aashan hai par banaye rakhna bahut hi muskil.
2)Relation ko todne se jayda jode rakhne ki koshish karni chahiye.
3)Har rishta ek kucche dhage ki tarha hota hai,ab ye aap par nirvar karta hai ki kis tarha se aap ush kacche dhage ko jodkar rakhte hai.
4)Rishto ki ahmiyat sumajhne waale hi rishto ko jodkar,unhe sametkar rakh sakte hai.
OR
5)Rishto ko sametkar rakhne wale humesha khush rahte hai.Agar koi musibat aaye bhi to sub aapas me milkar ush mushibat ka samna karte hai or dukh ko bant lete hai.Jubki akela insaam ya samaaj se doori banaye rakhne wale ko musibato se bahar nikalne me bahut pareshani jhelni padti hai.Wah humesha khush nahi rah pata,kiyonki khushi saath se milti hai na ki akele rahne se.
WASHE BHI,
chaahe insaam ke pass duniya ke saare esho-aram ho par agar wah akela hai to sub bekar hai.
UN majduro ko hi le ligiye jinke pass kuch bhi nahi hota,jo log sadko ke kinare rahte hai ,gandi naaliyo ke pass rahte hai,khaane ko roti nahi hai,pahanne ko kapra nahi hai ,ghar me koi saaman nahi hai.Phir bhi kabhi -kabar unke chare par khushi dekhne ko mil hi jaati hai,we huste hue dikhai pad hi jaate hai .
PAR,
UN amiro ke cahre par aapko kabhi bhi hansi nahi dikhai deti jinke pass parivaar nahi hai,unhe sanaj nahi aata ki kamaye to kiske liye kamaye,kharch kare to kish par kare.Dushro par to koi bhi kuch karch nahi karna cahta ,so ishi ghutan me unki puri jindagi jugar jaati hai.or rah jata hai to sirf dikhawa.such hai yah.
DEAR FRIENDS,
ye mat socho ki ye dushre hai ,socho ki ye bhi humari hi tarha ek inshaan hai.Agar bhagwan ne hume diya hai to ye humari khush kismati hai.Or ushse bhi badi khush-kismati tab hogi jab humari cheej kisi dusre ke kaam bhi aa sake. apni cheejo ko to sab use karte hai par jo dusro ko de bina kishi dikhawe ke, wahi to data hai or wahi rishto ki sahi ahmiyat ko samajta hai.kiyonki sabse bada rishta to insaniyat ka hai.
HAI NA ..................................
written by : kamla bhandari
KUCH SAWAL
KUCH SAWAL
*press ko stri kyu kahte hai?
*kya stri or press me koi antar nahi hai?
*barmoda triangle me ceeje kaishe gayab ho jaati hai?
*inshaan marne ke baad kaha jaata hai?
*kya bhagwaan wakai hote hai?
*bhagwaan kaha rahte hai?
*swarg-narg kaisha hota hoga?
*kya punarjanam wakai hote hai?
*kya tantrik chamatkar kar sakte hai?
*agar tantrik kar sakte hai to apna or apne parivaar ka kalyaan kyu nahi karte?
*kya pooja karne se bhagwaan wakai khush hote hai?agar khush hote hai to jo log humesha pooja karte,brat karte hai wo dukhi kyu hote hai?
*kya kabhi samaaj se burai khatam ho payegi?
*kya inshaan pratidin or paapi hota jayaga?
*khushiyo ke saath dukh kyu aate hai?
*log dhoka kyu dete hai?
*kya dushro ko dhoka dene ke baad hum khush rah paate hai?
*rone se man kyu shant ho jaata hai?
*agar ishi tarha tarraki hoti rahi to aaj se 100 saal baad duniya kaishi hogi?
*agar yu hi makaan bante rahe to kya prithvi par jagha bachegi?
*agar nahi bachi to kheti kaishe hogi?
*agar kheti nahi hogi to log khaayenge kya?
*kya khaane ke liye camical se cheeje banengi?
AGAR AAPKE MAN MAI BHI KUCH SAWAL HAI TO MUJHE BATAYE.
BOY AND GAL
if a girl laughs
she is well mammered,
if a boy laugh
he is manner less.
if girls group move together
they form a company,
if boys group move together
it become a gang.
if girl wears unique dress
it is a fashion,
but a boy does so
he is a joker.
if girl loves silence
mean she is serious
BUT,
if a boy love silence
he is dull.
DUNIYA KA KADWA SUCH
duniya wah sthaan hai
jaha na koi jinda hai ,
na murda hai,
sabki aankhe hai khuli phir bhi
aankho par pada hua parda hai.
duniya wah dukaan hai
jaha bikta imman hai,
majhab ke naam kathta
har roj koi insaan hai.
duniya wah saam hai
jaha aane se raat ke
saaye bhi durte hai,
par yahi par roj jaane
kitne hi marte hai.
duniya wah juth hai
jaha log kahte hai,
mera baharat mahaan
lekin koi ye nahi janta ki
yahi par 100 me se 99 beimaan.
duniya wah kabristaan hai
jaha dikhta sirf samshaan hai,
aaj dekho jo inshaan hai
kal dekho wahi haiwaan hai.
BHAGTA SAHAR
BHAGTA SAHAR
Subha saam aatho pahar jagta hai
jaane kyu saari raat ye
sahar bhagta hai.
ud gaye baadlo me
fursat ke wo lamhe,
aadmi ab to wakth ke
peeche bhagta hai.
jubse dolat ka,
diwana hua aadmi
khuli aankho se soye,
band aankho se jaagta hai.
ek junun sa liye
har saksh aankho me,
darbadar poore sahar ki
kakh chanta hai.
jindagi ki dor se
thak kar haafta hai aadmi,
jindagi se do pal aaram mangta hai.
Tuesday, March 11, 2008
AAJ KA DARD
Aaj ki tej raftaar ki bhagti duniya me kishi ke pass bhi itna samay nahi hai ki wo apne aash-padosh ke baare me soche yaa rishtedaro se mile jule.har inshan apni hi duniya banana cahta hai.eshe me agar kahi koi ghatna ya dhurghatna ho jaaye ,to we mushibat samajhne lagte hai.we ya to phone par hi santwana de dete hai ,ya kuch minute ya kuch pal ke liya waha chale jaate hai.aghar ghatna kahi door ho to 1-2 din ke liye unke ghar chale jaate hai,aur santwana de kar juldi se juldi aane ki koshish karte hai,caahe wo unka koi khaash hi kyu na ho.aajkal to wo santwana dene bhi kewal ishi liye jaate hai ,taaki saamaj unpar ungli naa uthane lage.dil se aaj dushre kaa dard koi samajhne ki koshish hi nahi karta or naa hi karna cahta hai.aaj log sochte hai ki unke santwana de dene bhar se hi dushro kaa saara dukh darad door ho jayega .lekin wo ye nahi jante ki dard ek aishi cheej hai jiska ahsash kewal ushi ko hota hai jo kishi dukh yaa dard se juzar raha hota hai.kiyunki tabhi to kai inshan bade-bade dukh jhelne ke baad bhi samay beet jane par sub kuch bhool jate hai.unhe kishi ki bhawanao kaa koi ahsash nahi rahta.agar kishi ko gahri choot lagi ho to hum kah dete hai ki ushe gahri choot aai hai par kya ush choot kaa dard hum mahsush kar sakte hai ?nahi na ,ushe to kewal wahi jaan sakta hao jo pal-pal ush dard se jugar raha ho.wahi samajh sakta hai ush dard ko.
written by - kamla bhandari
MAA
*mother is our - vitality
MOTHER-godess
M - Martyr
O - Odoriferous
T - Thane
H - House Wife
E - Exepect
R - Rectitude
Maa shabd kaano me mishi ghol deta hai.ishe sunte hi kishi suraksha kawach ka ihsash hota hai.isha lagta hai ki ye shabd humare saare dukh dard le lega.
JARA SOCHIYE,Jab ye sabd hi itna pyara hai to maa ki to baat hi nirali hai naa.maa wo jo saare dukh-dard lekar bhi humesha muskarati hai.khud dhuup sahkar bhi hume chaaw deti hai,bhuki rahkar bhi hume bharpet khilati hai,apne armano ka gala ghotkar bhi,pariwar ki har jarurat ko poora karti hai.aapni icchaye markar , pariwar ki har iccha kya khayal rakhti hai.saare dukh sahkar bhi pariwar ko sukh deti hai.thand sahkar bhi pariwar ko apne pyar ki garmhat deti hai.kabhi - kabhi to apni laaj bechkar bhi pariwar ki laaj bachaye rakhti hai.
PHIR BHI KYU ANTH ME WAH AKELI HI RAH JAATI HAI?????
SO DEAR ,
Maa jo humari janam daata hai, jiske wajud se humara wajud hai. jiske kaaran hi aaj hum summaan ka jivan ji rahe hai .jarurat hai aaj ushe bhi summaan dene ki.kyuki aaj ki peeedhi ushe wo summaan nahi de rahi jo ushe milna caahye tha. jispar ushka poora hak hai.aaj ki peedhi MOTHER-DAY to yaad rakhti hai par mother-day ke siwa ushe koi day yaad nahi rahta.YE BHI yaad nahi rahta hai jish janamdata ne hume apna har din ,har ghanta,har minute, har second diya hai uske liye kewal ek din????????????????
Ushne apna poora jivan hume de diya phir bhi hum sikayat karte rahte hai ki ye nahi kiya wo nahi kiya to kya ek din me hum wo sab kar payenge jo hume waakai uske liye karna chaahiye?
AUR KITNE ESHE LOG HAI JO WAKAYI MOTHER'S-DAY ME MAA KA POORA KHAYAL RAKHTE HAI?
KYA kewal ek card de dene se ya maa ko kuch gift de dene se hi humari duity khatam ho jaati hai?hum samajte hai haa.PAR agar maa humare saath bhi isha hi kare to hume kaisha lagega?
AAJ bhi kai eshe ghar mil jayenge jahan maa kishi acche post par hai,wo koshish to bahut karti hai ghar ki jimmedariyo ko poora karne mai,par office ki bhi itni jimmedari hai ki wo bechari bhi kya kare?wo itmi kadi mahnat kar rahi hi , kya apne liye?
NAHI NA ,sirf apne parivar ke liye. uspar agar ghar me kuch ho jaye ,ya bacche bigad jaye to poora dosh uspar hi lagta hai.har koi kewal or kewal "maa" par hi ungli uthate hai,ki kaishi maa hai jo apne baccho kya khayal nahi rakh sakti,ya apne ghar ka khyal nahi rakh sakti.or ush par bacche wa parivar ke log bhi maa ko hi dosh dete hai.
ME PUCHTI HU KYU? kyu, maa ko hi dosh diya jaata hai. kya pita ya ghar ke or logo ki koi jimmedari nahi hoti ghat ke prati??????????????Maa chaye kitna bhi thaki kyu na ho ghar aakar ushe hi khana banana hota hai ,ushe hi kapre dhone padte hai.
SUNDAY KE DIN TO USKI HAALAT KISI NAUKRANI SE KAM NAHI LAGTI.
Ek kaam ,phir dushra,phir tishra or ishi tarha uska saara din kab kaam me nikal jaata hai ushe pata hi nahi chalta.SUNDAY hota hai aaram ke liye par "maa" ke liye to wo din aaram -haram ka din hota hai.or phir bhi hum kahte hai ushne kiya hi kya?jab maa office se thak kar bhi ghar ke kaam kar sakti hai to ghar ke baaki log kyu nahi????????????
Kya wo inshan nahi hai,ya phir hum ushe machine samajhte hai?ki wo kuch bhi kar le thakegi nahi.
DEAR ,eisha nahi hi wo bhi to humari hi tarha ek insaan hai ,ushe bhi thakan lagti hai,ushe bhi aaram ki jarurat hai,ushe bhi pyar ki jararut hai.
BILKUL HUMARI HI TARHA.Ek din tum bhi maa ki tarha kam karke dekho tab pata chalega tumhe."MAA" chahe office me ya phir ghar me rahe wo apni zimmedari acchi tarhase samajhti hai,or ushe poora har kimat par karti hai.ushki poori zindagi ishi koshish me hi to beet jati hai ushka poora parivar khush rahe,unki saari jarurate poori ho.
SO DEAR LOVE YOUR "MAA" BY HEART
1.)maa ki har baat suno,ho sakta hai ushme tumhara hi faiyada ho.tum chahe kitne bhi bade ho jao,unke liye to choote hi rahoge.
2.)apni problem kaa hal yaha-waha dhundne ki bajay maa se pucho.
3.)apne sabhi friends ko maa se introduse karao.
4.)maa se apne dress ke baare me pucho ki tumpar kya accha lagega or kya nahi,kiyunki kabhi kabhi friends majak me aapse eishi dress kharidwa dete hai ki log aapka majak bhi bana sakte hai or friend bhi aapke paache aapka majak udate hai.
5.)agar tumhe koi accha lage to maa ko turant bata do,ish baat ko unse mat chupao,kiyonki bahar wale batayenge to unhe bura lagega or dushre log unhe galat bhi bata sakte hai .
6.)agar koi problem hai to maa ko batao ,taaki wo ushe solve kar sake or aapko unse darne ki jararut bhi na pade.
7.)doshto ki ulti-sidhi salha lene ki bajay maa se pucho ,wo tumhe kabhi galat salha nahi dengi.
SO DIL KHOLKAR POORA JOR LAGAKAR BOLO-----------
I LOVE U MAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAA
I LOVE U SO SO N SO MUCHHHHHHHHHHHHHTAAKI ,
maa ko ye naa kahna pade ki ,intajar ek saam ka nahi ,umar tamam ka hai,milta nahi chor bhilagta hai intajar hai abhi aur bhi.
written by - kamla bhandari
MAI
mai caahu khule aashman ko chuna
taaro sang ghumna,chand sang khelna
suraj ki kuch roshni mai caahu
jo kare meri kishmat or tan- man ko roshan
mai caahu haryali ke beech,
ek ghar ho sapno kaa
ho wo khushiyo kaa ghar
jishe dukh kabhi chune naa paaye
hanshi -thake jaha junge ,
sangeet ke sabhi sawar lahraye
ek ghar ho esha ,
bilkul mere sapno ke jaisha
sabhi eash ho saare maje ho
khushiyo kaa sanshar waha ho
mai caahu phulo ko,kaliyo ko,
titliyo ko,khil-khilate cahro ko
aur sirf sucche inshano ko
bas-bas itna hi me caahu
aur caahu sucche bhagwan ko
jishne ish chahat ko
caahne ke liye mujhe caaha
written by - kamla bhandari
MEAN OF FRIENDSHIP
”F" is for Fun....That friends share when they are together.
"R" is for Reliability....A true friend is someone that you can always rely on.
"I" is for Interest....Someone who is genuinely interested in you, your fears, joys, and life.
"E" is for Energy....They pick you up when you are down, and give you the energy to go on and
believe in yourself.
"N" is for Nothing....Nothing is ever too much, no matter what time it is, night or day.
"D" is for Distance....Although the miles may separate you, a true friend is never far away.
"S" is for Secrets....Your feelings and personal/private thoughts that you can only share with a friend.
"H" is for Happiness....The way I feel when we are together.
"I" is for Inseparable....Through good times and bad, tears and laughter. A friend will always be there for you.
"P" is for Perfect...
ASHONTOSH
bachpan me ja bacche the
to jawani ka khayal aata
jab jawani me jawan the
to sochte bhudapa kya hai
aaj guzar rahe hai bhudape ke din
aur soch rahe hai-
wo bachpan kitna accha tha
wo pyare pyare din
wo bholi mashum baate
aur un sabke beech
wo pyara saccha bachpan-
wo jawani kitni anmol thi
har pal masti ka
panchiyo si aajadi
dil me bhara tha josh
kitni khushnuma the jawani
kuch kar gujarne ki cha thi-
bhudapa to niras hai
bemaja paradhin bebash such hai
insaan khush nahi rah paata vartman se
sochta hi rahta hai
ye hota to accha hota
wo hota to accha hota.