Sunday, March 23, 2008

खुश रहने का राज

*यदि आप एक घंटे के लिए खुशी चाहते है तो कोई किताब पढिये।

*यदि आप एक दिन के लिए खुशी कहते है तो किसी kareebi मित्र को अपने घर दावत पर बुलाए।

*यदि एक महीने की खुशी चाहते है तो पूरे घर को साफ सुथरा कीजिये व घर की chooti से chooti व

बड़ी cheejo को साफ कीजिये।

*यदि एक साल के लिए खुश होना चाहते है तो saadee कीजिये।

*यदि पूरी जिंदगी खुश होना चाहते है तो अपने घर मै bageecha lagaaiye ,पेड़ lagao aandolan

chalaaiye और सब तरफ़ hariyali failaaye .

kyuki,

jaha है hariyali ,वही है khushyali ।

लेखिका : kamla bhandari

हमारा समाज


हजारो साल पहले कहा गया था की जिस समाज मै नारियों की पूजा होती ही ,वही देवताओं का निवास होता है ।
हालाकि महिलाये आज जीवन के हर छेत्र मै आगे निकल रही है । दोलत ,इज्जत और सोहरत कमा रही है । उनके तनमन -धन पर आज उनका अधिकार है। लेकिन यह मुट्ठी भर महिलावो की कहानी है ज्यादातर महिलाये टू आज भी पुरुसो के रहमोकरम पर जी रही है । उनका ना टू तन अपना है और ना ही मन । रही बात धन की टू इस मामले मै वह पूरी तरह bediyo मै bandhi है । कुछ भी करना हो,कुछ भी khridna हो अपने पति से टू puchna ही पड़ता है ।
jabtak eshi महिलावो को jeene की पूरी aajadi नही होगी ,tabtak nyaypoorn समाज की sthapana असंभव है.