Saturday, April 5, 2008

दिल मे मेरे भड़ास है

दिल मे मेरे भड़ास है
कुछ कहने की , कुछ कहलवाने की
कुछ करने की , कुछ करवाने
की कुछ जानने की , कुछ पहचानने
की दिल मे मेरे भड़ास है
man ke अन्दर छिपी बातो परमंद-मंद मुस्काने की
और कुछ बातो पर आंसू बहाने की
ख़ुद को समझने की और समझाने की
दिल मे मेरे भड़ास है
किसी पर नकाब डालने की
किसी का उतारने की
किसी को रुलाने की कभी चुप कराने की
दिल मे मेरे भड़ास है
अपना गुस्षा दिखलाने की किसी का देखने की
अपनी हंशी दिखाने की किसी की देखने की
दिल मे मेरे भड़ास है
किसी को चिढाने की कभी ख़ुद भी चिढ जाने की
किसी को सुधारने की कभी ख़ुद भी सुधर जाने की
दिल मे मेरे भड़ास है
अनसुलझी बातो को सुलझाने की
अनकही बातो को कहलवाने की
मन की गंदगी को भगाने की
हा है मेरे दिल मे भड़ास
और आपके ?

1 comment:

डॉ .अनुराग said...

chaliye ab nikal gayi hogi umeed hai ise likhne se ....