तन का बलात्कार हुआ
मन का बलात्कार हुआ
एषा लगता है मानो
जिस्म के हर अंग का
बलात्कार हुआ
तन को बिन मर्जी के छुआ
तन का बलात्कार
मन को बिन मर्जी के छुआ
मन का बलात्कार
एषा लगता है मानो
हर अंग का बलात्कार हुआ
जरुरी नही की बलात्कार हमेशा
chu कर हो
बिना छुए भी कई बार
आंखो से बलात्कार हुआ
बाहर ही नही घर मै भी
औरत की साँसों का
उसकी khusiyo का
का जीवन भर बलात्कार हुआ
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