मै आजाद हूँ कुछ कहने के लिए , कुछ करने करने के लिए . हाँ मै आजाद हूँ कुछ समझने के लिए , कुछ समझाने के लिए ।
Monday, July 28, 2008
people and things
" people are made to be loved and things are made to be used " . But the confusion is in the world because people are being used and things are being loved.
हां सच है यह- बड़ी शातिर है ये दुनिया...लोग लड़कियों को बहुत जल्दी बहला-फुसला लेते हैं और वह भी झांसे में आ जाती हैं. पर शायद तुम ऐसी नहीं हो. तुम्हारा लिखने का सिलसिला बहुत अच्छा है. खामोशी बहुत खतरनाक होती है. उसका हर लम्हा तोड़ देता है. तुमने सच लिखा है. दीवानगी ठिकाना ढूंढ लेती है। क्या तुमने ढूंढा... बताना
मेरी खामोशियों में भी फसाना ढूंढ लेती है बड़ी शातिर है ये दुनिया बहाना ढूंढ लेती है हकीकत जिद किए बैठी है चकनाचूर करने को मगर हर आंख फिर सपना सुहाना ढूंढ लेती है न चिडि़या की कमाई है न कारोबार है कोई वो केवल हौसले से आबोदाना ढूंढ लेती है समझ पाई न दुनिया मस्लहत मंसूर की अब तक जो सूली पर भी हंसना मुस्कुराना ढूंढ लेती है उठाती है जो खतरा हर कदम पर डूब जाने का वही कोशिश समन्दर में खजाना ढूंढ लेती है जुनूं मंजिल का, राहों में बचाता है भटकने से मेरी दीवानगी अपना ठिकाना धुंड लेती है ।
कमला जी अगर आप मुझे सक्सेस का मतलब बता दें तो मेहरवानी होगाी....मेरे कहने में थोड़ा कर्व है? कि क्या सक्सेस वह है जो आप चाहती हैं वह पा लें या वह है जो दूसरे कहें कि आप तो बड़े सक्सेस हैं। मैंने जो पाया ससफलता के नाम पर पर लगा कि सफलता तो आगे चली गई। फुलफिल नेस नहीं आई तो ....
I m down to earth n want to become a successful person. I CAN HANDEL ALL SITUATIONS. I want freedom .Freedom for everything.For writing,for telling ,for asking n doing something. THATS Y I CREATED MY BLOG. HERE I CAN DO EVERYTHING .EVERYTHING I WANT TO DO.
NOBUDDY CAN UNDERSTAND ME SO WHAT I WANT TO UNDERSTAND ONLY MYSELF. BEING A HUMAN BEING IT'S MY DUTY THAT I WILL DO SOMETHING ,SOMETHING FOR MYSELF AND MY COUNTRY. and i m trying for this LET'S SEE ......................
3 comments:
A nice saying...!!!
gud to see u writing cont...
luv u.
tak care.
हां सच है यह- बड़ी शातिर है ये दुनिया...लोग लड़कियों को बहुत जल्दी बहला-फुसला लेते हैं और वह भी झांसे में आ जाती हैं. पर शायद तुम ऐसी नहीं हो. तुम्हारा लिखने का सिलसिला बहुत अच्छा है. खामोशी बहुत खतरनाक होती है. उसका हर लम्हा तोड़ देता है. तुमने सच लिखा है. दीवानगी ठिकाना ढूंढ लेती है। क्या तुमने ढूंढा... बताना
मेरी खामोशियों में भी फसाना ढूंढ लेती है
बड़ी शातिर है ये दुनिया बहाना ढूंढ लेती है
हकीकत जिद किए बैठी है चकनाचूर करने को
मगर हर आंख फिर सपना सुहाना ढूंढ लेती है
न चिडि़या की कमाई है न कारोबार है कोई
वो केवल हौसले से आबोदाना ढूंढ लेती है
समझ पाई न दुनिया मस्लहत मंसूर की अब तक
जो सूली पर भी हंसना मुस्कुराना ढूंढ लेती है
उठाती है जो खतरा हर कदम पर डूब जाने का
वही कोशिश समन्दर में खजाना ढूंढ लेती है
जुनूं मंजिल का, राहों में बचाता है भटकने से
मेरी दीवानगी अपना ठिकाना धुंड लेती है ।
कमला जी अगर आप मुझे सक्सेस का मतलब बता दें तो मेहरवानी होगाी....मेरे कहने में थोड़ा कर्व है? कि क्या सक्सेस वह है जो आप चाहती हैं वह पा लें या वह है जो दूसरे कहें कि आप तो बड़े सक्सेस हैं। मैंने जो पाया ससफलता के नाम पर पर लगा कि सफलता तो आगे चली गई। फुलफिल नेस नहीं आई तो ....
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